किसान क्लब
आदर्श युवा समिति ने नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) के सहयोग से अपने कार्य क्षेत्र में असंगठित किसानों, मजदूरों एंव युवाओं व महिलाओं को कृषि व महिला स्वयं सहायता समूह गठित कर अन्य उपयोगी जानकारियों के माध्यम से समुदाय के सर्वांगीण विकास करने के उद्देश्य से किसान कल्ब कार्यक्रम को क्रियान्व्यन किया,जा रहा है किसान क्लबों में किसान अपने कार्यो एवं जिम्मेदारियों का निर्वाहन करे।
बैंकों से लिंकेज होकर कम ब्याज दरों में ऋणीय सुविधाओं का लाभ उठाये अपने ग्राम विकास में शिक्षा स्वास्थ्य, स्वावलम्बन एवं सामुदायिक कार्यों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे, सरकारी एवं गैरसरकारी विभागों तक पहुंच बनाये जससे गांव विकासशील की ओर बढे, संचालित योजनाओं को सही लाभार्थी तक पहुंचे। क्षेत्र की स्थिति को देख गया कि कुछ गरीब किसान बिना जमीन के हे उनका संयुक्त देयता समूह बनाये गये जिससे वो बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठा सके स्वरोजगार के सुविधाओं में विकास के लिए 700 भूमिहीन किसानों, के संयुक्त देयता समूहों का गठन कर बैंकों से लिंकेज होकर कम ब्याज दरों में ऋणीय सुविधाओं का लाभ दिलाया जो स्वयं से अपना रोजगार कर हैॅ। आदि के सफल संचालन के लिए निरन्तर बैठके क्षेत्र भ्रमण सेमीनार, कार्यशालायें, प्रशिक्षण, सेमिनार, शैक्षिक भ्रमण, प्रदर्शनी कृषि महोत्सव, किसान मेला आदि कराया गया कार्यक्षेत्रों में असंगठित किसानों, मजदूरों एवं युवाओं के बीच अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से स्थिति में सुधार लाने हेतु बैंको से लिंकेज कराये गये किसान क्लबों के बचत खाता निकटतम शाखाओं में तीन पदाधिाकारियो का चयन कर समूचित सहमति से खाते खेाले गये तथा बचत खातों में पारदर्शिता लाने के उद्ेश्य से सभी जाति एवं समुदाय के किसानों में पदाधिाकरियों के सहयोग कार्यों को किया जाता है। साथ सदस्यता रजिस्टर, कार्य वाहीे कैश बुक, विजिट बुक में कार्यों लिखित मंे सम्पादित करते हें। पैसों से बचत के पश्चात छोटी-छोटी बचत से बढी बचत करते हैं बैंक में जमा धनराशि से ब्याज लेते हैं।
स्वयं का रोजगार, अमरूद उत्पादन मत्सय पालन सब्जी उत्पादन मिर्च उत्पादन ,तथा कस्टम हायर सेन्टर दुग्ध पालन आकद कार्य कर अपनी आर्थिक स्थिति में बदलाव ला रहे है लोगों तक समूह की पहचान बन रही है रोजगार के साधन बना हैतथा स्वरोजगार, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बैंकों से ऋण लेकर अपनी आय में बढोत्तरी कर रहे है। क्षेत्र की स्थिति कोदेख गया कि कुछ गरीब किसान बिना जमीन के हे उनका संयुक्त देयता समूह बनाये गये जिससे वो बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठा सके स्वरोजगार के साथ-साथ बैंकिंग सुविधाओं स्वास्थ्य बीमा सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं।
समाज के वंचित असहाय और कमजारे वर्ग के जनसमुदाय कम लागत मेें सही समय पर पर्याप्त मात्रा में ऋण और वित्तिय सेवाओं का लाभ उठाकर आर्थिक सशक्त हो रहे हैं तथा किसान विज्ञान केन्द्र धनौरी, किसान मेला में पन्तनगर आदि स्थानों पर किसानों का शैक्षिक भ्रमण कराया गया जिससे उनकी बौद्धिक क्षमताओं का विकास हो। सीखे गये अनुभवों का अपने क्षेत्रों में क्रियान्वयन करें। विशय-विशेषज्ञों, शाक-सब्जी एवं बागवानी, पशुओं का टीकाकरण एवं रोगों से सम्बंधित जानकारी, जैविक खाद्य से सम्बंधित, जैविक खेती, कीट नियंत्रण दवाई वितरण आदि जानकारियों से किसानो एवं वोलिन्टीयरों को लाभान्वित किया और वो कार्य कर प्रगति कर रहे है।